छोलधारी ग्राम पंचायत और टैगोर राजकीय शिक्षा महाविद्यालय में जागरूकता के साथ सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया गया

राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC), श्री विजयपुरम ने ISEA परियोजना के तहत सी-डैक के सहयोग से 11 फरवरी, 2025 को सुरक्षित इंटरनेट दिवस

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Report : Pankaj Singh

दिनाक 12 फरवरी 2025, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC), श्री विजयपुरम ने ISEA परियोजना के तहत सी-डैक के सहयोग से 11 फरवरी, 2025 को सुरक्षित इंटरनेट दिवस 2025 के अवसर पर दक्षिण अंडमान जिले के अंतर्गत छोलधारी ग्राम पंचायत के छोलधारी सामुदायिक भवन और टैगोर सरकारी शिक्षा महाविद्यालय, श्री विजयपुरम के सभागार में 10:30 से 12:00 बजे तक जागरूकता कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया । वैश्विक थीम “एक साथ बेहतर इंटरनेट के लिए” के तहत आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षित ऑनलाइन प्रथाओं, साइबर स्वच्छता और डिजिटल खतरों से सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना था।

छोलधारी ग्राम पंचायत में आयोजित कार्यशाला में लगभग 90 लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें PRI’s सदस्य, छात्र, शिक्षक, किसान और आम जनता शामिल थे। मुख्य अतिथि श्री शिवाजी मुखर्जी, SIO NIC अंडमान और निकोबार यूटी सेंटर, शाखा प्रबंधक, SBI छोलधारी शाखा और साइबर अपराध सेल, AN पुलिस के अधिकारी थे।

TGCE में आयोजित कार्यशाला में लगभग 120 लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें नगर निगम के उपाध्यक्ष, ANIIMS के इंटर्न, छात्र, शिक्षक, किसान, व्यापारिक समुदाय के प्रतिनिधि और आम जनता शामिल थे। मुख्य अतिथि के रूप में SVPMC के उपाध्यक्ष श्री रवि चंद्रन, TGCE के प्रिंसिपल, ASIO NIC अंडमान और निकोबार यूटी सेंटर, PNB गराचार्मा शाखा के शाखा प्रबंधक और साइबर अपराध सेल AN पुलिस के अधिकारी शामिल थे।

सत्र में साइबर सुरक्षा के सर्वोत्तम तरीकों, ऑनलाइन धोखाधड़ी की रोकथाम, जिम्मेदार इंटरनेट उपयोग और प्रभावी डिजिटल सुरक्षा उपायों जैसे आवश्यक विषयों को शामिल किया गया।

NIC, श्री विजयापुरम, साइबर क्राइम सेल, SBI छोलधारी शाखा, PNB गराचर्मा के विशेषज्ञों ने इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए जिसमें डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के तरीके पर बहुमूल्य जानकारी दी गई। व्यावहारिक प्रदर्शनों और केस स्टडीज़ ने प्रतिभागियों को उभरते साइबर खतरों और उन्हें कम करने के सक्रिय तरीकों को समझने में मदद की।

कार्यक्रम का समापन साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने और एक सुरक्षित और अधिक जिम्मेदार डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। इस पहल को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिसमें प्रतिभागियों ने जानकारीपूर्ण और आकर्षक सत्रों के लिए अपना आभार व्यक्त किया।

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