Report : Sangita Singh
16 जनवरी 2025 की रात को पोर्ट माउट, बृंदाबन आरएफ – ब्लॉक-1, कैडलगंज में रात्रि गश्त अभियान के दौरान एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब वन अधिकारियों की एक टीम ने पडौक के पेड़ को अवैध रूप से काटने में लगे व्यक्तियों को पकड़ लिया।
ऑपरेशन के दौरान, दीपक सिंह (जिसे शिल्बू के नाम से जाना जाता है) नामक एक अपराधी ने गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए एक चाकू का इस्तेमाल किया, जिससे एक वनकर्मी घायल हो गया। जब स्थिति बिगड़ी तो शिल्बू का भाई घनश्याम सिंह (जिसे दीपू के नाम से जाना जाता है) एक चाकू लेकर मौके पर पहुंचा और वन अधिकारियों को जान से मारने की धमकी दी तथा अपने भाई को छोड़ने की मांग की। इस दौरान मची अफरा-तफरी में अपराधी रात के समय का फायदा उठाकर अंधेरे की आड़ में भागने में सफल रहे।
हमले की गंभीरता और ड्यूटी पर मौजूद सरकारी अधिकारियों को दी गई धमकियों के जवाब में, रेंज ऑफिसर, तुषानाबाद द्वारा पी.एस ओगराब्रज में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके परिणामस्वरूप पी.एस ओगराब्रज में कानून की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। तेजी से कार्रवाई करते हुए, ए.एस.आई रंजीत बारोई, एच.सी नेल्सन कुमार किंडो और बिजॉय सरकार और पी.सी अबूबकर सिद्दीकी की एक टीम ने आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए तुरंत गठन किया। 17 जनवरी 2025 को आरोपियों को पकड़ लिया गया और पूछताछ के लिए पी.एस ओगराब्रज लाया गया। अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियारों को बरामद कर जब्त कर लिया गया। बाद में गिरफ्तार अपराधियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
संपूर्ण ऑपरेशन एस.आई देवानंद पाठक, एस.एच.ओ पी.एस ओगराब्रज के नेतृत्व में श्री बृज मोहन मीना, दानिप्स, एस.डी.पी.ओ बम्बूफ्लैट की कमान और श्री मनोज कुमार मीना, आई.पी.एस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दक्षिण अंडमान जिले के समग्र पर्यवेक्षण में संचालित किया गया।