Report : Sangita Singh
दिनाक 12 अप्रैल 2025, अपराध के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाते हुए पुलिस थाना बम्बूफ्लैट के जांच अधिकारियों ने असाधारण परिश्रम और व्यावसायिकता का प्रदर्शन किया, तथा हत्या के एक मामले में शामिल अभियुक्तों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
09/04/2022 को पी.एस बम्बूफ्लैट में एक अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया था, जिसकी प्रारंभिक जांच एक हेड कांस्टेबल द्वारा की गई थी।
पोस्टमार्टम परीक्षा (पी.एम.ई) और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफ.एस.एल) रिपोर्ट प्राप्त होने पर., यू.डी केस को हत्या के मामले में बदल दिया गया और जांच इंस्पेक्टर के. अब्दुल नासिर ने की जो तत्कालीन एस.एच.ओ पी.एस बम्बूफ्लैट थे। जांच के दौरान आरोपी पीटर मिंज को गिरफ्तार कर लिया गया और सभी औपचारिकताएं विधिवत पूरी कर ली गईं। जांच अधिकारी ने महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र करने और अपराध की ओर ले जाने वाली घटनाओं के अनुक्रम को सावधानीपूर्वक फिर से बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए। जांच पूरी होने के बाद, मामले में आरोप पत्र दाखिल किया गया और ट्रायल के लिए माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
व्यापक सुनवाई के बाद माननीय सत्र न्यायाधीश ने 09/04/2025 को आरोपी को दोषी करार देते हुए धारा 302 आई.पी.सी के तहत सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई और ₹10,000 का जुर्माना लगाया। इसके अलावा साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने के लिए धारा 201 आई.पी.सी के तहत उसे तीन साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। माननीय न्यायालय के समक्ष सरकारी वकील श्री सुमित कुमार करमाकर ने प्रभावी तरीके से केस पेश किया। जांच अधिकारी इंस्पेक्टर के. अब्दुल नासिर के ईमानदार और अथक प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ कि मृतक और उनके परिवार को न्याय मिले।