Report : Pankaj Singh

दिनांक 07 जनवरी 2023 , माना जाता है की मिडीया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है।  मिडीया का काम होता है कि दुर दराज लोगो तक समाचार या जानकारी को पहुंचाया जाए, चाहे वो समाचार सकरात्मक हो या नकरात्मक।  लोगो को हर बात जानने का अधिकार है और ये जानकारी पहुंचाने का काम मिडीया करता है।

लेकिन जब येही मिडीया खतरे मे आ जाए तब क्या होगा!? , दुनिया भर मे बहुत सारे ऐसे घटना मिलेंगे जहां मिडीया संवाद – दाताओ कि हत्या कर दी गयी है।  संवाद – दाताओ को धमकाने की प्रक्रिया तो आम हो गया है।  क्योंकी कुछ लोग नही चाहते कि उनके काले करनामे लोगो के सामने आए।

ऐसे ही कुछ अण्डमान मे भी हुआ, आप तक के संपादक J बोबी को जान से मारने की योजना जेल मे बनाया गया।  इसकी सुचना कुछ दीन पहले डिस्ट्रिक्ट जेल पोत्रापुर से जमानत पर आए एक बंदे ने फोन पर J बोबी को दिया।

चुंकी J बोबी ने बहुत सारे सनसनी खेज खुलासे किये है, जिससे लाजमी है कि कुछ लोगो के आंखो मे वो खटकने लगे थे।  हो सकता है की बहुत सारे लोग उनके दुसमन भी बन गये हो।  लेकिन अण्डमान मे एक बेखौफ माफिया कि तरह किसी को मारने का योजना बनाना कहीं ये सही मे अण्डमान मे माफिया राज का उदय तो नही है!?

क्योंकी एक मिडीया का काम ही येही होता है कि दबे हुए समाचार को ढूंढ़कर लोगो तक पहुचाना, अगर अण्डमान जैसे शांतीप्रिय प्रदेस मे भी इस तरह के वारदात होने लगे तो कानुन व्यवस्था पर सवालिया निसान उठना लाजमी है।

हम प्रसासन से निवेदन करते है की इस घटना का पुरा जांच हो, J बोबी को सुरछा प्रदान किया जाय और अण्डमान के सारे मिडीया परसन के सुरछा सुनस्चीत किया जाय।

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