क्या आदिपुरुष के सनातन अवतार मे इश्लामिक स्वरूप का विलय ?
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ना जाने क्यों बोलि्वुड कि अध्यात्मिक फिल्मे भी आज कल अलोचना का केंद्र बन जाता है, चाहे वो ब्रह्मास्त्र हो या आदिपुरुष। हाल ही मे बोलि्वुड फिल्म आदिपुरुष का टिज़र प्रदर्सित हुआ। होना क्या था टिज़र देखते ही सोसल मिडीया पर फिल्म का अलोचना सुरू हो गया।
और हो भी क्यों न , बोलिवुड करोड़ो रुपये लगाकर फिल्मे बनाता है लेकिन फिल्म का बुनियादी बातो का ध्यान नही रख पाता। हर धार्मिक संस्कृति का अपना रुप स्वरूप होता है, इश्लामिक का अपना संस्कृति और स्वरूप है तो हिंदू का अपना। रावण और हनुमान के किरदार को इश्लामिक स्वरूप दोगे तो कौन उसे स्विकार करेगा । ?
खड़ाऊ के जमाने मे कौन चमड़े का जुते पहनता था भाई !? , रावण का पुष्पक विमान था , लेकिन आप लोगो ने तो उन्हे एक बड़े से चमगादड़ पर बैठा दिया।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि फिल्म ने हिंदुओं की भावनाओं पर हमला किया, जबकि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी कि अगर हिंदू धार्मिक आंकड़ों को “गलत” तरीके से दिखाने वाले दृश्यों को नहीं हटाया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विश्व हिंदू परिषद ने बुधवार को ‘आदिपुरुष’ के टीज़र में भगवान राम, लक्ष्मण और रावण के चित्रण पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि यह “हिंदू समाज का उपहास” करता है।
संगठन ने यह भी चेतावनी दी कि फिल्म को सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं होने दिया जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की संभल इकाई के प्रचार प्रमुख अजय शर्मा ने कहा कि जिस तरह से आदिपुरुष में भगवान राम, रावण और लक्ष्मण को चित्रित किया गया वह हिंदू धर्म का मजाक है।
ओम राउत द्वारा निर्देशित फिल्म का 1.46 मिनट का टीजर रविवार को अयोध्या में लॉन्च किया गया। और तुरंत #BoycottAdipurush और #BanAdipurush जैसे हैशटैग के साथ ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।
फिल्म के निर्देसक ओम राउत ने कहा है की फिल्म मे कोइ बद्लाव नही होगा, ये सिर्फ एक टिजर है, हमने फिल्म के हर चिज का ध्यान रखा है, पुरी फिल्म देखिये आप निराश नही होंगे।