न अधिकारीयों के सामने गिड़गिड़ाए न विभागो के चक्कर काटे , पंचवटी के लोगो ने खुद ही खराब सड़क का मरम्मत किये।
Share
कलपना कीजिये , अगर आपके गांव कि सड़क खराब हो , बरसात कि वजह से सड़क किचड़ मे बदल गया हो, गांव के बच्चो को सुबह खराब सड़क के वजह से विद्यालय जाने मे बहुत परेसानी होता हो , और आप भली भांती जानते हो कि इस सड़क को पक्का बनाने के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत चार साले पहले ही शिलान्यास हो चुका हो तो आप क्या करेंगे!!?? , जाहिर सी बात है कि आप सरकार और अधिकारीयों को कोसेंगे, गालियां देंगे।
लेकिन दिनांक 24/07/2022 शिवापुरम पंचायत के पंचवटी गांव मे एक अनोखा नजारा देखने को मिला। वहां के युवा वार्ड मेंबर श्री बी अशोक ने गांव वासियों के साथ मिलकर एक नया पहल किया। गांव वालो ने अपने मेंबर के साथ मिलकर खुद ही खराब हुआ सड़क का मरम्मत किया। न किसी अधिकारी या वरिष्ठ नेता के सामने रोए – गिड़गिड़ाए न तो किसी विभाग द्वारा दिये जाने वाले रकम का इंतजार किया। खुद ही कुदाल और फावड़ा लेकर पत्थरो और मिट्टी से सड़क का मरम्मत करने लगे।
जब हमने शिवापुरम पंचायत के वार्ड मेंबर श्री बी अशोक से इसके बारे मे पुछा तो उन्होने बताया की ये कार्य हमने हमारे गांव के छोटे बच्चो के लिये किया है ताकी वो असानी से विद्यालय जा सके और अच्छा शिक्षा ग्रहण कर सके। ये हमारा गांव है तो इस गांव का समस्या हल करने का पहल भी हमे ही करना है , इसके लिए किसी का सकल देखते तो नही रह सकते न !!।
आगे वो कहते है की ये सच है की विभाग और अधिकारीयों का जिम्मेदारी है की जिस सड़क का निधि जारी हो चुका हो और शिलान्यास भी चार साल पहले हो चुका हो तो अपने जिम्मेदारीयों को समझते हुए सड़क को अब तक पक्का निरमाण कर देना चाहिए था , लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि सड़क आज भी कच्चा है और हम गांव वाले मिट्टी और पत्थरो कि मदद से इसे चलने लायक बनाने कि कोशिश कर रहे है।
जब हमने इस मामले के बारे मे शिवापुरम के प्रधान श्री वेंकट जी से पुछा तो उन्होने कहा की हमने कितने ही बार इस मामले के संधर्भ मे अधिकारीयों को पत्र लिखे , सड़क बनाने के लिए प्रार्थना भी किए , येहां तक कहा की हमारे पंचवटी के पत्थरो से पुरे मध्य और उत्तरी अण्डमान के सड़को का निरमाण किया जा रहा है लेकिन जहां से पत्थर लिया जा रहा है (पंचवटी) वहीं के सड़क कच्चा और खराब हालत मे है। उन्होने आगे कहा की इतना सब कहने पर भी अधिकारीयों के कानो मे जूं तक नही रेंगा। इसके लिए कोइ कदम नही उठाया गया , उल्टा हमे ही कच्चे सड़को का मरम्मत करना पड़ रहा है। लेकिन ये इस समस्या का स्थायी हल नही है। मरम्मत किया हुआ सड़क सायद कुछ महिना ही चल पायेगा , इसका स्थायी हल सिर्फ सड़क का पक्का निर्माण करना ही है , जो विभाग और अधिकारीयों के आधीन आता है। और हम इस सड़क का निर्माण कराने के लिए अधिकारीयों और विभागो से संपर्क साधते रहेंगे।
हम मानते है की पंचवटी के युवा वार्ड मेंबर बी अशोक जी का ये एक अच्छा सकरात्मक पहल है। खुद के गांव कि कमिय़ों को खुद ही ठिक करना , और हम चाहते है की दुसरे लोग भी उनसे प्रेरणा लेकर किसी का इंतजार किए बिना अपने गांव के समस्याओं का खुद ही हल करे। लेकिन येहां हम अधिकारीयों से भी निवेदन करते है की दुर – दराज ग्रामीण छेत्रो के समस्याओ को अंधेखा न करे। शहरो मे तो बहुत सहुलियत मिल जाता है लेकिन पंचवटी जैसे दुर – दराज गांवो मे इस तरह के समस्याओ से लोगो को बहुत परेसानी होता है।
This careless response, always got from andaman administration in all sector..
what about ATR , need to raise voice on bad condition of ATR.